Farmers Protest Kisan Andolan
किसान आंदोलन-2 का आज 9 मार्च को 26वां दिन है। हरियाणा-पंजाब के हजारों किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। किसानों ने कल यानी 10 मार्च को दोपहर 12 से 4 बजे तक पूरे देश में ट्रेन रोकने का ऐलान किया हुआ है, जिसमें महिला किसान भी हिस्सा लेंगी।
उधर, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में महापंचायत रखी है। इसे किसान-मजदूर महापंचायत नाम दिया है।वहीं, हरियाणा पुलिस ने किसानों के रेल रोको आंदोलन में हिस्सा न लेने की अपील की है। कहा कि अंबाला प्रशासन द्वारा पहले से ही धारा 144 लगाई गई है। अगर, कोई इसमें भाग लेता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
सरकार को कल पता चल जाएगा किसका आंदोलन है: पंधेर
किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने की अपील की है। कहा कि रेलवे स्टेशन और फाटक पर ही रेल रोकनी है, क्योंकि अगर बीच ट्रैक पर बैठेंगे तो नुकसान हो सकता है। यह सांकेतिक आंदोलन रहेगा। किसान दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक ट्रेन रोकें।
पंधेर ने मोदी सरकार कह रही है कि यह आंदोलन पंजाब का है,कल पता लग जाना चाहिए कि यह आंदोलन किस का है। माता-बहनों ने भी रेल रोको आंदोलन में हिस्सा लेने की बात कही है।
पंधेर ने कहा कि अभी तक लखीमपुर खीरी मामले में इंसाफ नहीं मिला तो शुभकरण हत्या मामले में कैसे मिल सकता है। अगर शुभकरण को न्याय नहीं मिला तो बड़ा आंदोलन करेंगे। पंधेर ने खनौरी बॉर्डर पर तैनात ड्यूटी मजिस्ट्रेट, पुलिस मुलाजिमों को नामजद करते हुए गिरफ्तार करके जेल में डाले। सरकार ने किसानों के हाथ लहू से रंगे हैं।
पंधेर ने पंजाब के भाजपा नेताओं को खरी-खरी सुनाई
पंधेर ने पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़,अश्विनी शर्मा, फतेचंद सिंह बाजवा, भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह को कहा कि अगर जमीर जागती है तो इस्तीफा देकर बाहर आ जाओ। अगर किसी तरह का फर्क नहीं पड़ता, आपके के लिए विधायक/सांसद की सीट मायने रखती हैं तो इसका लोग अपने आप फैसला कर लेंगे। मनजिंदर सिंह सिरसा कहते थे कि किसानों के साथ हैं, लेकिन अब बता दें कि किसके साथ हैं। किसानों को सीधी गोलियां मारने वालों के साथ हैं ? जिन्होंने 500 किसान-मजदूर को जख्मी किया उनके साथ हो ? जिन्होंने हरियाणा में 70 हजार अर्धसैनिक बल तैनात किया उनके साथ हो ?
पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि हरियाणा-पंजाब की महिलाएं हमेशा से लड़ती आई हैं। पिछले आंदोलन में कई महिलाओं को चोटें भी लगीं, लेकिन महिलाएं पीछे नहीं हटी। हमने भी जंतर-मंतर पर उन लोगों के खिलाफ लड़ाई लड़ी जो बहन-बेटियों का शोषण करते थे। कहा कि जब तक आरोपियों को सजा नहीं मिल जाती, वह न कभी दबेंगे, न कभी झुकेंगे। ॉ
कहा कि काफी समय से आंदोलन देख रही हूं, बड़ी परेशान होती हूं। आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं, बच्चे घायल हुए हैं। हमारे भाई शुभकरण सिंह ने बलिदान दिया है, जो कभी व्यर्थ नहीं जाएगा। हम लड़ाई लड़ते जाएंगे। कहा कि क्या हमें इतनी भी आजादी नहीं है कि हम अपने हकों की लड़ाई लड़ सकें।
पंधेर ने कहा कि कल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दोनों बॉर्डरों पर महिलाओं की संख्या काफी अच्छी रही। आंदोलन मजबूत हो रहा है। छोटे बच्चे मोदी के खिलाफ नारे लगा रहे हैं। इसका मतलब ये है कि चूल्हे-चूल्हे तक आंदोलन पहुंच चुका है। पंधेर ने कहा कि अगर खेती मर जाएगी तो भारत की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ेगा। किसान सरकार से 23 फसलों पर MSP की गांरटी का कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा अन्य फसलों का भाव भी तय करने की मांग कर रहे हैं। लखीमपुर खीरी इंसाफ दिलाने की मांग है।
कल यानी 8 मार्च को शंभू और खनौरी बॉर्डर पर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया, जिसमें हरियाणा-पंजाब की हजारों महिलाओं ने हिस्सा लिया। खास बात ये थी कि दोनों बॉर्डरों की बागडोर और मंच प्रबंधन महिलाओं के हाथों में रहा। पहलवान साक्षी मलिक ने भी शंभू बॉर्डर पर पहुंच किसानों को समर्थन दिया।
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