चंडीगढ़, 18 दिसंबर:
PUNJAB HEALTH MINISTER
पंजाब के लोगों को सेहतमंद और ख़ुशहाल बनाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने सोमवार को कहा कि पंजाब सरकार भारत की पारम्परिक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली ‘आयुर्वेद’ को पुनर्जीवित करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही है।
जि़क्रयोग्य है कि आयुर्वेद का मुख्य मंतव्य बीमारी की रोकथाम और स्वास्थ्य की देखभाल पर होता है, जबकि, इस प्रणाली में प्राकृतिक तत्वों का प्रयोग करके बीमारी का इलाज भी किया जाता है।
डॉ. बलबीर सिंह, जोकि आयुर्वेद विभाग पंजाब के डायरैक्टर डॉ. रवि डूमरा के साथ यहाँ पहुँचे थे, ने महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (मगसीपा) में आयोजित आयुष स्वास्थ्य एवं तंदरुस्ती केंद्र, पंजाब में 5 दिवसीय प्रशिक्षण प्रोग्राम का उद्घाटन किया।
स्वास्थ्य मंत्री ने सभी प्रतिभागियों को रोल मॉडल बनने और इस अच्छी पुरातन भारतीय चिकित्सा प्रणाली को पुनर्जिवित करने में राज्य की मदद करने का आह्वान किया, जोकि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान जी के पंजाब के लोगों को सेहतमंद बनाने के सपने को साकार करने में मदद कर सकता है। उन्होंने लोगों को स्व-इच्छा से अपने घरों के नज़दीक योगा सैशन करवाने और लोगों को आयुर्वेद के प्रति जागरूक करने के लिए भी कहा।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने 158 आयुष स्वास्थ्य एवं तंदरुस्ती केन्द्रों को अपग्रेड किया है और इन सभी केन्द्रों में हर्बल गार्डन स्थापित किए जा रहे हैं, जिससे लोग हल्की-फुल्की बीमारियों से निजात पाने के लिए एलोपैथी दवाओं पर निर्भर होने की बजाए जड़ी-बूटियों वाली प्राकृतिक दवाओं का इस्तेमाल कर ठीक हो सकें।
इस वर्कशॉप में राज्य भर के सभी जि़ला आयुर्वैदिक और युनानी अधिकारी, आयुर्वैदिक चिकित्सा अधिकारी, उपवेद एवं योगा प्रशिक्षकों ने भाग लिया।
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