EX MLA Arvind Khanna ED Notice
एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने पंजाब भाजपा के सीनियर नेता व वाइस प्रेसिडेंट अरविंद खन्ना पर शिकंजा कसा है। करोड़ों रुपए के मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में ED ने उन्हें 30 जनवरी को पेश होने को कहा है। यह मामला करीब 15 साल पुराना है। आरोप है कि 2008 में ब्राजीलियाई फर्म के पक्ष में DRDO के साथ तीन विमानों का सौदा करने के लिए कथित 5.76 मिलियन अमेरिकी डॉलर की रिश्वत दी गई थी।
अरविंद खन्ना को एम्ब्रेयर भ्रष्टाचार मामले से संबंधित जांच में ED की तरफ से समन भेजा गया है। इस मामले में साल 2020 में ED चार्जशीट दाखिल कर चुकी है, जबकि इस मामले में कुछ समय पहले CBI अदालत में दायर चार्जशीट में जांच में आपराधिक साजिश से संबंधित धारा 120-B के तहत भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम लगा दी थी।
CBI ने जून 2023 में हथियार डीलर अरविंद खन्ना, व्यवसायी अनूप गुप्ता और वकील गौतम खेतान के खिलाफ एक आरोप पत्र दायर किया था। केस के आरोपियों में अरविंद खन्ना के पिता का नाम भी शामिल था। विपिन खन्ना रक्षा सलाहकार थे। उनकी मौके पर बाद उनका नाम हटा दिया गया था। सिंगापुर की एक कंपनी से माध्यम से भुगतान की बात है।
2 बार विधायक रह चुके खन्ना
अरविंद खन्ना 2022 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वह कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी नेताओं में एक माने जाते थे। वह पहली बार 2002 में कांग्रेस के टिकट पर संगरूर विधानसभा से चुनाव जीतकर विधायक बने थे। 2004 के लोकसभा चुनाव में वह पार्टी के उम्मीदवार थे। वह अकाली नेता सुखदेव सिंह ढींडसा से हार गए थे।
इसके बाद 2012 में उन्होंने धूरी विधानसभा हलके से चुनाव लड़ा था। एकतरफा जीत ने उनको बड़े लीडर में रूप में साबित कर दिया था। हालांकि, उस समय कांग्रेस की सरकार बनी नहीं तो उन्होंने 2 साल बाद ही विधानसभा से इस्तीफा देकर राजनीति से किनारा कर लिया था। उसी समय वह यहां अपना सारा कारोबार और संस्था को बंद कर शहर छोड़ गए थे। अरविंद खन्ना 2 साल पहले बीजेपी में शामिल हुए थे।
EX MLA Arvind Khanna ED Notice