Farmers Protest Kisan Andolan
हरियाणा-पंजाब के किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 21 दिनों से डटे हुए हैं। इस आंदोलन में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। अब किसानों ने फिर से 6 मार्च को दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है। वहीं, 10 मार्च को दोपहर 12 से 4 बजे तक देशभर में ट्रेनें रोकने की भी घोषणा की है।
लेकिन, जो किसान दोनों बॉर्डरों पर ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर बैठे हैं, वे वहीं धरना देंगे। ये ऐलान किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने रविवार (3 मार्च) को बठिंडा में शुभकरण सिंह की अंतिम अरदास के दौरान मंच से किया था। इस ऐलान के बाद किसान अपनी तैयारियों में जुट गए हैं।
किसान आंदोलन को लेकर दायर की गई याचिका याचिकाकर्ता ने वापस ले ली है।
जब याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि वह अपनी याचिका वापस लेना चाहते हैं तब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह बहुत गंभीर मुद्दा है। इस मामले में केवल उन्हीं लोगों को याचिका दायर करनी चाहिए जो इस मामले को लेकर गंभीर हैं। केवल पब्लिसिटी के लिए याचिका न दाखिल किया करें।
उधर, पंजाब के BJP अध्यक्ष सुनील जाखड़ के बयान पर किसान भड़क गए हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि सुनील जाखड़ ने बयान दिया, लेकिन कई ऐसी बातें भी हैं, जिन पर वे एक शब्द नहीं बोले। पंजाब से दिल्ली तक के रास्ते क्यों बंद किए, वे एक शब्द नहीं बोले। 70 हजार अर्ध-सैनिक बल क्यों लगाया, उस पर भी जाखड़ एक शब्द नहीं बोले।
पंजाब में आकर किसानों पर हमला किया गया, 500 किसान जख्मी व शुभकरण सिंह को मारा गया, उस पर जाखड़ ने एक भी शब्द नहीं कहा। अब पंजाब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कमान संभाली है कि वे आगे आकर बोलेंगे। पंधेर ने कहा कि सुनील जाखड़ की आत्मा अगर जाग रही है तो वह इस्तीफा देकर आएं। अगर किसान पूरे देश की मांग उठा रहे हैं तो ये कौन सा गुनाह है। जाखड़ को किसानों के हक में आना चाहिए।
पंधेर ने कहा कि क्या हमारा हक नहीं कि हम देश की राजधानी में जाकर प्रदर्शन कर सकें। सुनील जाखड़ कहते हैं कि वे नौजवानों को भड़का रहे हैं और किसानों का चरित्र खराब कर रहे हैं। क्या एमएसपी लीगल गारंटी कानून लेना, गारंटी खरीद कानून, C2+50% मांगना गलत है।
जाखड़ का सुझाव- किसानों को मांग करनी चाहिए कि सरकार अपने स्तर पर फसली बीमा योजना शुरू करनी चाहिए। लेकिन जाखड़ को पता ही नहीं, ये मुख्य मांगों में एक मांग है। इनको इसकी जानकारी भी नहीं है।
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