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चंडीगढ़, 2 दिसंबर:
पंजाब राज्य के लिए चौथी ओनशोर सिक्यूरटी कोआर्डीनेशन कमेटी (ओ. एस. सी. सी.) की मीटिंग गुरूवार को अतिरिक्त डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस ( ए. डी. जी. पी.) सुरक्षा एस. एस. श्रीवास्तव की अध्यक्षता अधीन हुई। डीजीपी पंजाब गौरव यादव की तरफ़ से एडीजीपी सुरक्षा इस मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे थे।
जि़क्रयोग्य है कि इस मीटिंग में एडीजीपी काउन्टर इंटेलिजेंस अमित प्रसाद, गेल के कार्यकारी सलाहकार ( सुरक्षा) सौरभ टोलम्बिया और अलग-अलग संस्थाएं जिनमें गेल, आईओसीऐल, एचपीसीएल, बीपीसीएल, ऐचऐमईऐल, थिंक गैस और टोरैंट गैस के प्रतिनिधि शामिल थे, इसके साथ ही राज्य की इंटेलिजेंस ब्यूरो, बीएसएफ, फायर विभाग, सी. आर. पी. और माइनिंग विभाग के प्रतिनिधि मौजूद थे।
इस मीटिंग के दौरान भाईवालों ने जानकारी और सुझावों के आदान-प्रदान के दौरान, स्टैंडर्ड ओपरेटिंग प्रक्रियाएं (एस. ओ. पीज), सुरक्षा को बढ़ाने, सीसीटीवी और ड्रोन निगरानी द्वारा चौकसी रखने के बारे भी चर्चा की। इसके इलावा कॉर्पोरेट सामाजिक जि़म्मेदारी (सी. एस. आर.) फंडों और ओआइल पी. एस. यूस. के अलग-अलग प्रोजैक्टों पर एक इंटरऐकटिव सैशन भी आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य सम्बन्धित क्षेत्रों में उभरती चुनौतियों से निपटने के लिए उनके समाधानों के लिए प्रभावशाली तालमेल करना था।
बेहतरीन तैयारियों के लिए सम्बन्धित मुखियों के साथ इनपुटस का आदान-प्रदान करते हुये डी. आई. जी. / बी. एस. एफ. शशांक द्वारा कई सुझाव भी दिए गए।
मीटिंग में विस्तृत सैशन के दौरान एडीजीपी काउन्टर इंटेलिजेंस अमित प्रसाद और आईजीपी लॉ एंड आर्डर पी के यादव द्वारा राज्य में अमन- कानून से सम्बन्धित विषयों के बारे भी चर्चा की गई।
एडीजीपी सुरक्षा एसएस श्रीवास्तव ने तेल चोरी या पाइपलाइन लीकेज सम्बन्धी जानकारी के लिए एक मज़बूत नैटवर्क होने और पीएमपी एक्ट की धाराओं के अंतर्गत दोषियों के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही करने की महत्ता पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि बठिंडा और जालंधर रिफायनरियो में विशेष मोक ड्रिल्लें/ ओपरेशनों को सक्रिय किया जाये, जो सम्बन्धित जिलों में डीपीओ स्तर पर तैयार की गई रिपोर्ट द्वारा अपराधों और सुरक्षा से सम्बन्धित मुद्दों की निगरानी करेंगे। यह विशेष आपरेशन किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए समर्पित होंगे। इसके साथ ही प्रौद्यौगिकी के विकास के मुताबिक संभावित योजनाओं को नियमित अपडेट करने की महत्ता के बारे भी चर्चा की गई।
गेल के प्रतिनिधियों की तरफ से दी गई पेशकारी में सुरक्षा मामलों से सम्बन्धित घटनाओं को रोकने के लिए पंजाब पुलिस की तरफ से किये जा रहे यत्नों और सहयोग की विशेष तौर पर सराहना की गई, जिसके नतीजे के तौर पर पिछले दो सालों में ऐसी घटनाएँ लगभग ख़त्म हो गई हैं।
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चेयरमैन ने सभी तेल और गैस कंपनियों को किसी भी तरह की सहायता के लिए पंजाब पुलिस के साथ बेझिझक संपर्क करने के लिए भी कहा।
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