First Ever Sufi Festival
चंडीगढ़/मालेरकोटला, 14 दिसंबर (000) –
देश की सूफी गायन की समृद्ध विरासत को पुनर्जीवित करने के लिए पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए प्रयासों के तहत, “सूफी महोत्सव” आज स्थानीय सरकारी कॉलेज में शुरू हुआ। चार दिन चलने वाले इस महोत्सव का उद्घाटन मालेरकोटला के विधायक जमील उर रहमान ने किया। इस अवसर पर उनके साथ अतिरिक्त उपायुक्त श्री सुरिंदर सिंह, श्री गुरलवलीन सिंह सिद्धू पूर्व आईएएस, एसडीएम अहमदगढ़ श्री हरबंस सिंह, एसडीएम अमरगढ़ सुश्री सुरिंदर कौर, साकिब अली राजा अध्यक्ष जिला योजना समिति, फरयाल उर रहमान और अन्य प्रमुख हस्तियाँ उपस्थित थीं।
इस अवसर पर विशाल जनसमूह को संबोधित करते हुए विधायक जमील उर रहमान ने कहा कि भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार सही मायनों में राज्य को रंगला पंजाब बनाने के लिए प्रयासरत है। इस रंगले पंजाब में जहां पारंपरिक पंजाब का हर रंग देखने को मिलेगा, वहीं सूफी संगीत और कला को भी पुनर्जीवित कर आने वाली पीढ़ियों के सामने पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के नवगठित जिला मालेरकोटला को इस महोत्सव की मेजबानी करने का सौभाग्य मिला है, जो जिलावासियों के लिए बड़े गर्व की बात है।
जमील उर रहमान ने बताया कि महोत्सव के आखिरी दिन 17 दिसंबर को पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामले, निवेश प्रोत्साहन, आतिथ्य विभाग, पंजाब के कैबिनेट मंत्री मोहतरमा अनमोल गगन मान मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह सूफी महोत्सव मलेरकोटला की समृद्ध विरासत को जानने में मदद करेगा। इस महोत्सव में स्थानीय घराने की गायन शैली, कव्वालियां, सूफियाना कलाम, मुशायरा, जश्न सूफियाना विशेष आकर्षण होंगे। इस अवसर पर मालेरकोटला के स्थानीय खान-पान के स्टॉल, सूफी साहित्य की किताबों की प्रदर्शनी, फूलों के पौधों के स्टॉल, चूड़ियों की दुकान, मिट्टी और पीतल के बर्तन, लोहे के बर्तन, पंजाबी जूते, कढ़ाई और बुने हुए सामान के स्टॉल लगें हैं। मलेरकोटला से संबंधित रवीन्द्र रवि की फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई।
उन्होंने सभी प्रदेशवासियों, कला प्रेमियों एवं आम लोगों को सूफी महोत्सव का आनंद लेने का खुला निमंत्रण देते हुए कहा कि इस अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के लिए कोई टिकट नहीं है। यह आयोजन प्रतिदिन सायं 05.00 बजे से आयोजित किया जायेगा। जिला प्रशासन ने महिलाओं के बैठने के लिए भी अलग से व्यवस्था की है।
उन्होंने “सूफी महोत्सव मालेरकोटला” की मजलिस का विवरण साझा करते हुए कहा कि सूफी गायन हमारे देश की समृद्ध विरासत का एक अमूल्य हिस्सा है। इस सूफी महोत्सव में देश-दुनिया के मशहूर कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय कलाकार भी अपना हुनर दिखाएंगे।
ज्ञात हो कि पहले दिन “शाम-ए-कवाली” के दौरान सुल्ताना नूरा अपनी कला का प्रदर्शन किया और स्थानीय कलाकार कमाल खान और वकील खान ने भी अपनी प्रस्तुति दी । श्री कंवर ग्रेवाल 15 दिसंबर को “एक शाम, सूफियाना कलाम” के तहत अपने कौशल का प्रदर्शन करेंगे। उनके अलावा सरदार अली खान, नजीर, आरिफ मटौई और अख्तर अली भी अपने रंग बिखेरेंगे। उन्होंने कहा कि 16 दिसंबर, शनिवार को “सूफियाना मुशायरा” का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम की समापन तिथि रविवार 17 दिसंबर को “जश्न-ए-सूफियाना कलाम” के साथ होगी जिसमें मास्टर सलीम और सरदार अली अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे और परवेज झिंजर, आबिद अली, अरहम इकबाल और मोहम्मद अनीश भी भीड़ का मनोरंजन करेंगे।
First Ever Sufi Festival
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