Kingpin Raja Kandola Acquitted
पंजाब के जालंधर की कोर्ट ने 200 करोड़ के इंटरनेशनल ड्रग रैकेट के सरगना राजा कंदोला को बरी कर दिया है। पुलिस कोर्ट में संबंधित केस में आरोपों के आधार पर सबूत नहीं पेश कर पाई। जिसके चलते कोर्ट ने कंदोला को बरी कर दिया।
राजा कंदोला पर साल 2012 में नशा तस्करी की एफआईआर दर्ज हुई थी। जिसमें पुलिस ने दावा किया था उक्त ड्रग्स रैकेट करीब 200 करोड़ रुपए से ज्यादा का था। राजा कंदोला मूल रूप से नवांशहर का रहने वाला है।
10 साल से ज्यादा सजा काट चुका कंदोला
जानकारी के अनुसार करीब 11 साल पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली के सब्जी मंडी स्टेशन से फरार हुए रंजीत सिंह उर्फ राजा कंदोला को गिरफ्तार किया था। दिल्ली पुलिस के साथ जालंधर पुलिस ने इनपुट शेयर किए थे। केस में राजा कंदोला का ड्राइवर सुखजिंदर सिंह उर्फ कमांडो भी गिरफ्तार हुआ था। उसे भी कोर्ट ने बरी कर दिया है।
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दिल्ली से हुई थी कंदोला की गिरफ्तारी
एक जून 2012 को जालंधर की देहात पुलिस ने ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया था। पुलिस ने बंगा के गांव हैप्पोवाल के रहने वाले रंजीत सिंह कंदोला की पत्नी रजवंत कौर, बेटे बैली सिंह सहित 19 लोग पकड़े थे, लेकिन राजा पकड़ा नहीं गया था। 14 अगस्त 2012 को दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने राजा को लोधी रोड से दबोच लिया था।
रंजीत की पत्नी राजवंत कौर के खिलाफ भी एनडीपीएस और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में पंजाब पुलिस ने केस दर्ज किया था। राजवंत के बैंक खातों से करोड़ों का लेनदेन हुआ था. जिसका हिसाब आयकर विभाग को नहीं दिया गया था।
राजवंत यूनान दूतावास में वीजा अधिकारी के रूप में कार्य कर चुकी है। आयकर विभाग ने 24 जून 2015 को ईडी को भेजे पत्र में सूचना दी थी कि राजवंत कौर विर्क ने कोई आयकर रिटर्न नहीं भरा। उसने सभी अचल संपत्तियां ड्रग के ट्रैफ¨कग के जरिए अपराध की आय से खरीदी हैं।
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