Batala Boy Left For Ayodhya
पंजाब में गुरदासपुर के बटाला का नितिन भाटिया अपने बेटे कृष्णा के स्वास्थ्य के लिए साइकिल पर अयोध्या के लिए निकला है। सिख परिवार में पले-बढ़े नितिन का 3 साल का बेटा बचपन से ही न बोल सकता है और न ही चल सकता है। बेटे के स्वस्थ होने को लेकर नितिन के दिल में श्रीराम के प्रति आस्था जगी और उसने अयोध्या जाने का निर्णय लिया।
नितिन ने बटाला से रवाना होने से पहले बताया कि उसका टारगेट 22 जनवरी प्राण-प्रतिष्ठा से पहले पहुंचने का है। काफी लंबे समय के बाद अब सभी भारत-वासियों के इंतजार की घड़ी खत्म हो गई है, क्योंकि करीब 500 साल बाद भगवान श्रीराम अपने महल में वापस आ रहे हैं। जिन राम भक्तों को भगवान ने आमंत्रित किया है, वे सभी राम भक्त दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। जिसके चलते वह भी साइकिल से अयोध्या के लिए रवाना हो गए हैं।
नितिन भाटिया ने बताया कि 6 दिन पहले ही उन्होंने साइकिल खरीदी और उसमें जरूरी बदलाव करवाए हैं। गूगल के अनुसार, ये सफर 1115 किलोमीटर का है। रोजाना वह तकरीबन 250-300 किमी का सफर करेंगे। खाने व जरूरी सामान को उन्होंने अपनी साइकिल पर रख लिया है। मंदिर व गुरुद्वारों में वे रुकेंगे और वहीं लंगर भी ग्रहण करेंगे।
इच्छा के सामने सभी ने दिया साथ
नितिन की पत्नी शिल्पा भाटिया ने बताया कि सर्दी भी ज्यादा है और गहरी धुंध पड़ रही है। उन्होंने पति को एक महीने बाद जाने के लिए कहा था, लेकिन पति ने प्राण-प्रतिष्ठा पर पहुंचने की इच्छा जाहिर की। जिसके बाद सभी राजी हो गए। फिलहाल, पति हर पड़ाव पर रुककर घर फोन करते हैं। जब तक वे अयोध्या नहीं पहुंचते, परिवार को उनकी चिंता रहेगी।
अंबाला से आगे का सफर किया शुरू
नितिन ने फोन पर जानकारी दी कि रात वे राजपुरा में रुके थे और अब उन्होंने आगे का सफर शुरू कर लिया है। हरियाणा में आज वे दाखिल हो गए हैं। कोशिश है अधिक से अधिक सफर आज पूरा कर लें, ताकि 21 जनवरी तक वे अयोध्या पहुंच सकें और 22 जनवरी की सुबह राम लला के दर्शन कर लें।
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