Shubhkaran Ashti Kalash Yatra
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान-मजदूर मोर्चा के आह्वान पर चल रहे किसान आंदोलन का आज (16 मार्च) 33वां दिन है। हजारों किसान हरियाणा-पंजाब के शंभू-खनौरी के साथ डबवाली बॉर्डर पर डटे हुए हैं।
किसान आंदोलन के दौरान 21 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर गोली लगने से जान गंवाने वाले युवा किसान शुभकरण की अस्थियां आज शंभू बॉर्डर पहुंची। यहां से किसान नेता कलश यात्रा लेकर रवाना हुए। किसान लांडरा, मोहाली, सकेतड़ी (पंचकूला) होते हुए पंजाब यूनिवर्सिटी पहुंचेंगे।
शेड्यूल के अनुसार, 17-18 मार्च को पंचकूला, 2 दिन यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल और फिर 3 दिन अंबाला जिले में कलश यात्रा निकलेगी।
किसान नेताओं ने ऐलान किया है कि भाजपा,भाजपा गठबंधन के खिलाफ किसान आंदोलन-2 के शहीद शुभकरण सिंह और अन्य शहीदों के नाम पर तख्तियां और काले झंडे दिखाए जाएंगे। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने शहीद ए आजम सरदार भगत सिंह की शहादत दिवस पर देशभर के युवाओं से शंभू बॉर्डर पर पहुंचने की अपील है।
इन मोर्चा ने हरियाणा-पंजाब समेत अन्य राज्यों में युवा दिवंगत किसान शुभकरण के गांव से अस्थियों का कलश लाकर कलश यात्रा निकालने का ऐलान किया है। साथ ही आह्वान किया है कि 22 मार्च को हिसार और 31 मार्च को अंबाला की मोहड़ा अनाज मंडी में शहीदी समागम का आयोजन किया जाएगा।
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किसान आंदोलन में अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 3 पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। किसान MSP की गारंटी का कानून बनाने समेत अन्य कई मांगों पर अड़े हुए हैं। अब तक सरकार के साथ हुई 4 दौर की वार्ता विफल रही। किसानों का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, वे धरने पर डटे रहेंगे।
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