Former Minister Bharat Bhushan Ashu
पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु को ईडी ने गुरुवार को जालंधर में पूछताछ के लिए बुलाया था। देर शाम ईडी अधिकारियों ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। 9 घंटे तक ईडी अधिकारियों ने आशु से उनकी बढ़ी हुई संपत्ति और विदेशों में लेनदेन के बारे में पूछताछ की। आज आशु को संविधान चौक के पास कोर्ट में पेश किया जाएगा।
सूत्रों के अनुसार पता चला है कि आशु ईडी के सवालों का जवाब नहीं दे पाए। ईडी पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान मंत्री रहते हुए आशु की बढ़ी हुई संपत्ति की जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार ईडी अधिकारियों के सामने विदेशों में कुछ लेनदेन की बात सामने आई है।
जिससे आशु की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ईडी अब उन खाताधारकों की समीक्षा करने में जुटी है, जिनके खातों में पैसे ट्रांसफर हुए हैं। ईडी विधानसभा चुनाव से पहले आशु द्वारा सार्वजनिक किए गए उनकी संपत्ति के हलफनामों का भी मौजूदा संपत्ति के साथ मूल्यांकन कर रही है। ईडी आने वाले दिनों में आशु के कुछ करीबियों से भी पूछताछ कर सकती है।
इस मामले संबंधी ED के अधिकारी जे.पी सिंह ने कहा कि मनी लांड्रिंग टेंडर घोटाले के तहत भारत भूषण आशू को गिरफ्तार किया गया है और वह कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए हैं जिस कारण उनकी गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने कहा है कि मीडिया को प्रेस नोट के जरिए जानकारी दी जाएगी।
भारत भूषण आशु वर्ष 1997 में लुधियाना के वार्ड नंबर 48 से नगर पार्षद चुने गए थे। वर्ष 2012 में, उन्हें लुधियाना पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का टिकट आवंटित किया गया और वे पंजाब विधानसभा में उप कांग्रेस विधायक दल के नेता बने।
वर्ष 2017 में फिर से उन्होंने आम आदमी पार्टी के अहबाब ग्रेवाल को 36,521 मतों के अंतर से हराया। वह पंजाब सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के कैबिनेट मंत्री थे। 2022 में, वह लुधियाना पश्चिम से आप उम्मीदवार गुरप्रीत बस्सी गोगी से 7500 से अधिक मतों से चुनाव हार गए।
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आशु को उनके गुस्से भरे स्वभाव के लिए लगातार आलोचना का सामना करना पड़ता रहा है। जनवरी 2019 में, आशु को एक सार्वजनिक समारोह में महिला अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करते हुए मीडिया द्वारा सार्वजनिक रूप से देखा गया। इस घटनाक्रम की सोशल मीडिया पर वीडियो भी काफी वायरल हुई थी।
फरवरी 2019 में, आशु द्वारा इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के तत्कालीन डीएसपी और सुपरीडेंट इंजीनियर को धमकाने की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी खूब वायरल हुई थी।
Former Minister Bharat Bhushan Ashu
अक्टूबर 2019 में, आशु पर उपचुनाव की तैयारियों के दौरान अपनी ही पार्टी के स्वयंसेवक की पिटाई करने का आरोप लगाया गया था और अब आशु ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाले के आरोपों में घिरे है।
पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की ईडी द्वारा गिरफ्तारी डाले जाने के बाद अभी तक पंजाब प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने को स्टेटमेंट तक जारी नहीं की। बीते रात जरूर जालंधर से विधायक परगट सिंह, विधायक सुखविंदर कोटली और पूर्व विधायक राजेंद्र बेरी रात को पहुंचे लेकिन उन्हें आशु से मिलने का मौका नहीं मिला। आशु 16 महीने पहले भी जेल जा चुके हैं।
आशु 7 महीने जेल में रहे। वह 7 मई 2023 को जमानत पर बाहर आए हैं। लोकसभा चुनाव दौरान आशु की भाजपा में शामिल होने की खूब चर्चा रही है क्योंकि आशु के करीबी लुधियाना के पूर्व सांसद और मौजूदा राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू भाजपा में शामिल हो चुके है। सूत्रों मुताबिक पता चला है कि आशु के राजीतिक सफर में आने वाले दिनों में बड़ा बदलाव देखा जा सकता है।
बता दें लोकसभा चुनाव में रवनीत सिंह बिट्टू के भाजपा में शामिल होने के बाद भारत भूषण आशु एक मात्र बड़ा चेहरा लुधियाना से थे लेकिन शहर के कुछ पूर्व विधायकों के बगावती सुरों के कारण हाईकमान ने प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को लुधियाना से उम्मीदवार घोषित कर दिया। शहर में चर्चा यह भी रही है कि वड़िंग का आशु ग्रुप ने खुलकर समर्थन नहीं किया। यह भी एक बड़ा कारण है कि आशु और वड़िंग में दूरियां बढ़ी है।
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