Dera Sacha Sauda Ram Rahim Parole
हरियाणा चुनाव के बीच डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम बुधवार सुबह 6 बजे जेल से बाहर आ गया। राम रहीम की 3 शर्तों के साथ 20 दिन की पैरोल मिली है। जिसमें पॉलिटिकल एक्टिविटी न करना भी शामिल है।
हालांकि राम रहीम के बाहर आते ही डेरे का सियासी खेल शुरू हो गया है। राम रहीम की पैरोल की खुशी में डेरे ने हरियाणा के हर ब्लॉक में नाम चर्चा रख ली गई है। जो 2 दिन यानी आज और कल (2-3 अक्टूबर) तक चलेगी। 5 अक्टूबर को प्रदेश में वोटिंग होनी है।
माना जा रहा है कि नाम चर्चा के दौरान ही डेरे की तरफ से राम रहीम का संदेश श्रद्धालुओं तक पहुंचाया जाएगा कि उन्हें अंदरखाते किस पार्टी को सपोर्ट करना है।यह बात अलग है कि डेरा हमेशा चुनाव में किसी एक पार्टी को सपोर्ट करने से इनकार करता रहा है लेकिन पैरोल की टाइमिंग को देखते हुए विरोधी इसको लेकर सवाल उठाते रहते हैं।अगर डेरे के वोटर एकतरफा हुआ तो उन सीटों पर इसका असर पड़ सकता है, जहां 2 उम्मीदवारों और खासकर भजपा-कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला है।
चुनाव आयोग के सूत्रों का कहना है कि हरियाणा सरकार से कहा गया है कि अगर राम रहीम आचार संहिता या शर्तों का उल्लंघन करता है तो पैरोल तुरंत कैंसिल कर दी जाएगी। हरियाणा में 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएगा।
इसी वजह से राम रहीम की पैरोल को चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। हरियाणा की 36 सीटों डेरे से जुड़े श्रद्धालुओं का वोट बैंक है। यौन शोषण और मर्डर केस में राम रहीम रोहतक जेल में सजा काट रहा है। पैरोल के दौरान राम रहीम उत्तर प्रदेश के बागपत स्थित बरनावा आश्रम में रहेगा।
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कांग्रेस ने आपत्ति जताते हुए भारतीय चुनाव आयोग (ECI) को एक चिट्ठी लिखी थी। उसमें कहा गया है कि राम रहीम जेल से बाहर आया तो चुनाव को प्रभावित कर सकता है। इसलिए, उसे आचार संहिता के दौरान पैरोल न दी जाए। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के लीगल सेल के केसी भाटिया की ओर से यह चिट्ठी लिखी गई है।
चिट्ठी में कहा गया कि हरियाणा में राम रहीम का मास बेस है। इसके चलते हरियाणा के चुनावों को डेरा प्रमुख प्रभावित कर सकता है। चिट्ठी में लिखा कि इससे पहले भी डेरा प्रमुख जेल से पैरोल और फरलो के जरिए बाहर आकर चुनावों को प्रभावित कर चुका है।
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