70th national convention of ABVP
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रीय सोच का युवा तकनीकी से जुड़ कर देश को मजबूत कर सकता है। नई तकनीकी से जुड़ कर जो आगे नहीं बढ़ा वह रेस में पिछड़ गया। ये बातें रविवार को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में चल रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 70वें राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रोफेसर यशवंत राव केलकर युवा पुरस्कार समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कहीं।
कहा, वर्ष 1990 में जब कंप्यूटर बैंक में आए तो उसका भी विरोध हुआ। लोगों ने कहा की इस तकनीक के आने से लोग बेरोजगार हो जाएंगे। लेकिन, तकनीकी तो नहीं रुकी, जिसने इसे नहीं अपनाया वह जरूर पिछड़ गया। उन्होंने युवाओं को नई तकनीकी के साथ जुड़ कर काम करने का आह्वाहन किया। मुख्यमंत्री ने इससे पहले मूक बधीर के लिए संचालित संस्था टीच के संस्थापक दिनेश नायर को युवा पुरस्कार से सम्मानित किया।
योगी ने कहा- 2019-20 की घटना है। मेरे पास एक रिपोर्ट आई। एक मंदिर में एक संत से मिलने के लिए दो युवा जा रहे थे। उनकी जांच हुई तो उनके पास एक सामान्य ब्लेड मिली। उनसे पूछताछ कर छोड़ दिया। मैंने संत के बारे में डिटेल लिया और पूछा कि दोनों युवा कौन थे।
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संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक और DGP से पूछा। पता चला कि दोनों हिंदू युवा थे। उनके पास एक सर्जिकल ब्लेड थी। ये ब्लेड 2 इंच की बहुत शॉर्प होती है। ये इतनी खतरनाक होती है कि किसी के गले पर कट लगा दें तो आसानी से उसकी मौत हो जाए।
बाटला हाउस का कनेक्शन कैसे सामने आया
योगी ने कहा- मैंने पुलिस अफसरों से कहा कि इतने खतरनाक इरादे से जा रहे लोगों को आप हल्के में ले रहे है। मैंने उनके नाम-पता चेक करने को कहा, मतलब नाम सही है या गलत। एक ने दिल्ली तो दूसरे ने हैदराबाद का एड्रेस बताया। मैंने कहा कि दोनों जगह मालूम करके डिटेल करो।
पुलिस हर बार पूछताछ कर उन्हें छोड़ती रही। तीसरे दिन पता चला कि दिल्ली के बाटला हाउस में किसी व्यक्ति से इनके संपर्क हैं। बाटला हाउस का नाम आते ही मैं चौकन्ना हो गया। क्योंकि बाटला हाउस वही जगह है, जहां 2008 में आतंकी से मुठभेड़ में दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर शहीद हुए थे।
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