BJP Leader Manjinder Singh Sirsa
भाजपा नेता मनजिंदर सिरसा के दावे पर बवाल मच गया है। सिरसा ने एक जनसभा में कहा कि दिल्ली में गुरुद्वारा श्री रकाबगंज साहिब मस्जिद तोड़कर बनाया गया है। उन्होंने इस दावे की पुष्टि के लिए सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की किताब का हवाला दिया।
सिरसा का वीडियो सामने आते ही सिख सियासत में हलचल तेज हो गई। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के पूर्व प्रधान मनजीत सिंह जीके और परमजीत सिंह सरना ने इसका विरोध किया। उन्होंने कहा कि सिरसा को गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब के बाहर लिखा हुआ इतिहास सरना को बदल देना चाहिए। केंद्र व भाजपा को खुश करने के लिए सिरसा ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने सरना पर कार्रवाई के लिए अकाल तख्त साहिब को चिट्ठी भेजी है।
सिरसा का बयान, जिस पर विवाद हो रहा
मनजिंदर सिरसा ने अपने भाषण में कहा – यहां मुगल सल्तनत आती है और गुरुद्वारा साहिब हटा कर मस्जिद कायम कर दी जाती है। ये मैं नहीं बोल रहा, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की किताब बता रही है। सूरज ग्रंथ के 256 नंबर के पन्ने पर भी आ रहा है। क्या लिखा है- जो सब ढाए, सो सब ढाए, मसीत चिनाई।
जब गुरु गोबिंद सिंह जी यहां आते हैं। सेवा करवाकर गुरु तेग बहादुर साहिब जी के स्थान पर गुरुद्वारा साहिब स्थापित करके जाते हैं।
SGPC की किताब में लिखा है, 1707 में दशमेश पिता जी यहां आए हैं, गुरु तेग बहादुर जी के स्थान पर गुरुघर बनाया। आज हम उन स्थानों पर अपने जरनैलों को भूलना चाहते हैं। यही बात है, हम अपना इतिहास भूलते जा रहे हैं। मैं दिल्ली कमेटी से विनती करता हूं कि अपने महान जरनैलों के परिवारों को यहां बुलाकर सम्मानित किया जाए।
इतिहास में सिखों ने कभी नहीं गिराए धार्मिक स्थान
सिरसा के दावे पर DSGMC के पूर्व प्रधान सरना ने कहा कि आज तक सिख इतिहास में एक भी सबूत नहीं मिलता, जिसमें सिखों ने किसी धार्मिक स्थान को गिराया हो। सिरसा सिर्फ ये दिखाना चाहते हैं कि सिर्फ RSS ही नहीं, सिखों ने भी मस्जिद गिराई है। सिरसा भाजपा को खुश करने के लिए ऐसा कर रहे हैं। सरना ने आरोप लगाया कि सिरसा सिखों के साथ गद्दारी करते आ रहे हैं, जिसके लिए उन्हें बीजेपी में सचिव पद मिला है।
DSGMC प्रधान बोले- सिरसा ने जाे कहा, वह SGPC की किताब में
मनजिंदर सिंह सिरसा के मस्जिद गिरा गुरुद्वारा साहिब बनाने के बयान पर DSGMC सिरसा के हक में आ गई है। प्रधान हरमीत सिंह कालका ने कहा कि विवाद खड़ा होने के बाद उन्होंने DSGMC की धर्म प्रचार लहर को तथ्यों की जांच करने के लिए लिखा। जिसमें साफ हुआ कि सिरसा ने जो कहा सही कहा है। SGPC की किताब में ये सब लिखा हुआ है।
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पूर्व प्रधान सरना गलत बोल रहे
प्रधान कालका ने बताया कि पूर्व प्रधान सरना जो भी बोल रहे हैं, वह गलत है। SGPC को देखना चाहिए कि उनकी किताब में लिखे इतिहास के बारे में सरना कैसे बोल सकते हैं। अगर सरना को कोई अधिकार नहीं है तो SGPC को उनके खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। उन्होंने सरना व जीके के खिलाफ श्री अकाल तख्त साहिब को शिकायत भी लिख दी है।
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