Congress Intensifies Nomination Process
पंजाब के लुधियाना लोकसभा सीट पर चार वरिष्ठ नेताओं की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। जिसमें सबसे मजबूत पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशू की है। जिसके बाद सिमरजीत सिंह बैंस, बीजेपी प्रत्याशी रवनीत सिंह बिट्टू के चचेरे भाई गुरकीरत सिंह कोटली और जालंधर कैंट से विधायक परगट सिंह के नाम पर चर्चा तेज हैं। सूत्रों के अनुसार आशू और बैंस बीते दिन टिकट को लेकर दिल्ली भी गए थे।
बता दें कि पंजाब की लुधियाना लोकसभा सीट पर कांग्रेस के लिए प्रत्याशी तलाश करना मुश्किल हो गया है। क्योंकि बीते दिन कांग्रेस के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने पार्टी छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। इस बार बीजेपी ने बिट्टू को ही लुधियाना से मैदान में उतारा है।
भारत भूषण आशू
पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री और लुधियाना कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भारत भूषण आशू की दावेदारी सभी उम्मीदवारों से मजबूत मानी जा रही है। क्योंकि आशू लुधियाना के कारोबारियों सहित कई समाजों के साथ अच्छी पकड़ रखते हैं। जिसके चलते सबसे मजबूत दावेदारी आशू की मानी जा रही है।
सिमरजीत सिंह बैंस
दूसरी सबसे पुख्ता दावेदारी लोक इंसाफ पार्टी के प्रमुख सिमरजीत सिंह बैंस की मानी जा रही है। क्योंकि लुधियाना में बीजेपी उम्मीदवार बिट्टू के सामने कांग्रेस सिख चहरे को उतारना चाहती है। वहीं, बीते दिन पार्टी ने बैंस के नाम पर चर्चा को लेकर शहर के 9 हलका इंचार्जों से भी बैंस को टिकट देने पर राय ली थी। जिसके बाद बैंस के नाम पर चर्चा तेज हो गई थी।
पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे गुरकीरत सिंह कोटली
तीसरे नंबर पर खन्ना से दो बार विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे गुरकीरत सिंह कोटली के नाम पर चर्चा तेज है। क्योंकि कोटली बीजेपी उम्मीदवार बिट्टू के चचेरे भाई है। उनके सामने कांग्रेस कोटली को मैदान में उतार सकती है।
विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री परगट सिंह
पंजाब के जालंधर कैंट से मौजूदा विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री परगट सिंह के नाम पर भी आलाकमान विचार कर रही है। क्योंकि आशू सहित अन्य नेताओं के नाम पर चर्चा से कई कांग्रेस के ही नेता नाराज चल रहे हैं। जिसके चलते कांग्रेस परगट सिंह को मैदान में उतार सकती है। क्योंकि परगट सिंह एक तो सिख चहरा हैं और कांग्रेस के काफी वरिष्ठ नेता हैं।
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