Kisan Tractor March On 15th August
फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर पिछले छह महीने से केंद्र सरकार के खिलाफ संघर्ष कर रहे किसान संगठन गुरुवार को पंजाब और हरियाणा समेत देश के विभिन्न हिस्सों में ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं। शंभू बॉर्डर से लेकर हरेक जिले में मार्च निकाला जा रहा है।
ट्रैक्टर मार्च का नेतृत्व विभिन्न जिलों में किसान नेता कर रहे हैं। इसके लिए किसान नेताओं की ड्यूटियां लगा दी गई हैं। मार्च में शामिल किसानों ने ट्रैक्टरों पर राष्ट्रीय ध्वज और किसानी झंडे दोनों लगाए हुए हैं। वहीं, पुलिस भी पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।
13 फरवरी को फसलों के लिए एमएसपी की मांग को लेकर किसान दिल्ली के लिए निकले थे, लेकिन हरियाणा सरकार ने उन्हें शंभू बॉर्डर पर ही रोक दिया। तब से किसान वहीं बैठे हैं। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर किसान शंभू बॉर्डर पर ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे है। किसान मार्च के लिए जुट गए है। इसके बाद मार्च ऊंचा दर बाबे नानक दा से वापस आकर शंभू धरना स्थल पर समाप्त होगा।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर अमृतसर जिले में है । वह वाघा बॉर्डर से अमृतसर तक ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे है। इस दौरान वह तीनों आपराधिक कानूनों की प्रतियां जलाएंगे।
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हरियाणा सरकार की तरफ से रास्ते बंद किए जाने के बाद से किसान शंभू बॉर्डर पर पंजाब साइड में पक्का मोर्चा लगाकर बैठे हैं। किसानों का कहना है जब रास्ता खुलेगा तो दिल्ली जाएंगे। वहीं, रोड बंद होने की वजह से लोगों को दिक्कत आ रही है। इसके बाद लोगों ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट की शरण ली थी।
अदालत ने हरियाणा सरकार को बॉर्डर खोलने का आदेश दिया था। लेकिन सरकार इस फैसले के विरोध में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। सुप्रीम कोर्ट ने गत सुनवाई पर हरियाणा और पंजाब सरकार को आंशिक रूप से जरूरी वाहनों के लिए रास्ता खोलने के आदेश दिए थे। वहीं, इस मामले में अब अगली सुनवाई 22 अगस्त तय की गई है।
Kisan Tractor March On 15th August