मीत हेयर ने संसद में आढ़तियों के कमीशन और पंजाब के लिए स्पैशलें बढ़ाने का मुद्दा उठाया

मीत हेयर ने संसद में आढ़तियों के कमीशन और पंजाब के लिए स्पैशलें बढ़ाने का मुद्दा उठाया

चंडीगढ़/नई दिल्ली, 3 अप्रैलः

संगरूर से आम आदमी पार्टी के लोकसभा सदस्य गुरमीत सिंह मीत हेयर ने संसद के शून्य काल के दौरान फसल की खरीद से जुड़े दो अहम मुद्दे उठाते हुए आढ़तियों को गेहूं और धान पर मिलने वाले कमीशन को पहले की तरह एमएसपी का ढाई प्रतिशत निर्धारित करने और गोदामों से धान की ढुलाई को तेज करने के लिए पंजाब के लिए स्पैशलें बढ़ाने की मांग की। उन्होंने कहा कि फसल की खरीद को सुचारु रूप से मुकम्मल करने के लिए इन मसलों का तत्काल समाधान किया जाना चाहिए।

मीत हेयर ने कहा कि 2019-20 तक गेहूं और धान पर आढ़तियों का कमीशन न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का ढाई प्रतिशत निर्धारित था, जिसे केंद्र सरकार ने बदलकर 46 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया। तब से यह दर वैसी ही चल रही है, जबकि महंगाई बढ़ने से कमीशन जस का तस रहा, जिस कारण हाल के समय में आढ़तियों द्वारा हड़ताल की गई, जिसका सीधा असर पंजाब में फसल की खरीद पर पड़ा।

मीत हेयर ने आढ़तियों की मांग को जायज बताते हुए उनका कमीशन फिर से एमएसपी का ढाई प्रतिशत निर्धारित करने की मांग की। उन्होंने फसल की खरीद को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए इस मसले को तुरंत हल करने की मांग रखी।

इसके साथ ही संसद सदस्य मीत हेयर ने राइस मिलरों के मुद्दे को उठाते हुए पंजाब के लिए स्पैशलों की संख्या बढ़ाने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि पहले मार्च-अप्रैल के बीच पंजाब में धान की ढुलाई हो जाती थी, लेकिन अब छह महीने बीत जाने पर भी नहीं हो रही। इससे जहां भंडारण की समस्या हो रही है, वहीं दाना टूटने से करोड़ों की फसल का भी नुकसान होता है। इसका सीधा खामियाजा शैलर मालिकों को भुगतना पड़ता है और इसी कारण सैंकड़ों शैलर बंद हो रहे हैं।

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