Saturday, September 21, 2024
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किसान आंदोलन में 7वीं मौत:खनौरी बॉर्डर पर किसान को हार्ट अटैक आया; 10 लाख का कर्ज, 15 दिन पहले बेटे की शादी हुई

Kisan Andolan Farmer

किसान आंदोलन में गुरुवार (22 फरवरी) को 7वीं मौत हो गई। दर्शन सिंह (62) बठिंडा के अमरगढ़ गांव के रहने वाले थे। दर्शन सिंह खनौरी बॉर्डर पर दिल्ली कूच के लिए डटे हुए थे। गुरुवार शाम को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई।

उन्हें पटियाला के राजिंदरा अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि दर्शन सिंह को हार्ट अटैक आया है।

दर्शन सिंह का शव अभी अस्पताल की मॉर्च्युरी में ही रखा हुआ है। पोस्टमॉर्टम के बाद उसे परिजनों के हवाले किया जाएगा। आंदोलन में अब तक 4 किसान और 3 पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है।

7 एकड़ जमीन के मालिक थे दर्शन सिंह
दर्शन सिंह के गांववालों ने बताया कि वह 2 बच्चों (बेटा और बेटी) के पिता थे। 15 दिन पहले ही उसके बेटे सुखप्रीत की शादी हुई थी। घर में नई बहू आने की खुशियां थीं। अब अचानक दुख की खबर आ गई।उसका परिवार 7 एकड़ जमीन में खेतीबाड़ी करके गुजारा कर रहा था। परिवार पर करीब 10 लाख का कर्ज है।

12 फरवरी को आंदोलन के लिए घर से निकले
भतीजे हरजस ने बताया कि उसके चाचा दर्शन सिंह 12 फरवरी को ही दिल्ली चलो आंदोलन के लिए घर से निकल गए थे। वह पिछले आंदोलन में भी गए थे। खनौरी बॉर्डर पर पुलिस की तरफ से छोड़े गए आंसू गैस के गोलों में उनकी तबीयत खराब हुई। उन्हें कोई बीमारी नहीं थी, वह बिल्कुल फिट थे। दर्शन सिंह अपने पीछे पत्नी परमजीत कौर, बेटा सुखप्रीत सिंह और बेटी सर्बजीत कौर को छोड़ गए हैं।

14 फरवरी को पहली मौत, गुरदासपुर के रहने वाले थे किसान ज्ञान सिंह
14 फरवरी को शंभू बॉर्डर पर गुरदासपुर के किसान ज्ञान सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई। ज्ञान सिंह 11 फरवरी को किसान मजदूर संघर्ष कमेटी जोन बाबा नामदेव जी के जत्थे के साथ किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए शंभू बॉर्डर पर गए थे। ज्ञान सिंह पर बैंक का 3 लाख का कर्ज था। इसी कर्जमाफी के लिए वह आंदोलन में शामिल हुए।

14 फरवरी को शंभू बॉर्डर पर अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। उन्हें पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि ज्ञान सिंह को दिल का दौरा पड़ा। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

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शादी के कुछ समय बाद ही ज्ञान सिंह पत्नी की मौत हो गई थी। उन्हें कोई बच्चा नहीं था। इसके बाद ज्ञान सिंह ने दूसरी शादी नहीं की। बड़े भाई सलविंदर सिंह की मौत के बाद वह अपने भतीजे के पास रहने लगे थे।

Kisan Andolan Farmer

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