Arson incidents are happening continuously चंडीगढ़ के मनीमाजरा में एक मिठाई की दुकान पर सुबह-सुबह आग लग गई है। दमकल विभाग ने मौके पर पहुंचकर करीब ढाई घंटे में आग पर काबू पाया है। आग के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। आग मिठाई की दुकान के ऊपरी हिस्से से लगना शुरू हुई। इसमें लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
रसोई के गैस सिलेंडर फटे
आग लगने के बाद मिठाई की दुकान में ऊपर के हिस्से में रसोई में रखें गैस सिलेंडर फटने शुरू हो गए थे। सिलेंडरों के फटने की आवाज से आसपास के लोगों ने में हड़कंप मच गया। आवाज इतनी तेज थी कि दूर-दूर से लोग घरों से बाहर निकल गए।
वहां पर मौजूद लोगों ने इसकी सूचना चंडीगढ़ पुलिस और दमकल विभाग को दी। उसके बाद दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया है।
जनरेटर की बैटरी में स्पार्क होने की संभावना
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि जिस जगह यह आग लगना शुरू हुई थी, वहां पर एक जनरेटर रखा हुआ था। इस जनरेटर के पास बैटरी भी रखी हुई थी। यह आग वहीं से शुरू हुई है। आशंका जताई जा रही है कि इस बैटरी में कोई स्पार्क होने की वजह से यह आग लगी है।
चंडीगढ़ में लगातार हो रही हैं आगजनी की घटना
चंडीगढ़ में आगजनी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है। कल भी इंडस्ट्रियल एरिया फेज-2 के एक फर्नीचर के शोरूम में आग लगी थी। इस पर 4 घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया गया था। इससे पहले भी कई घटनाएं हो चुकी है।
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इंडस्ट्रियल एरिया फेज- 2 में ही 4 अक्टूबर को भजन गायक कन्हैया मित्तल के भाई के फर्नीचर के शोरूम में आग लगी थी। इसमें भी पूरा फर्नीचर जल गया था। इससे पहले इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 में टोयोटा गाड़ियों के शोरूम में भी आग लग गई थी। 9 अक्टूबर को पीजीआई के नेहरू ब्लॉक में आग लगी थी।
इसमें अस्पताल में काफी नुकसान हो गया था। 16 अक्टूबर को PGI के एडवांस आई सेंटर में भी आग लगी थी। दिवाली वाले दिन भी देर शाम चंडीगढ़ के बापूधाम कॉलोनी में एक कपड़ों के तीन मंजिला शोरूम में आग लग गई थी। इसमें कपड़ों का काफी नुकसान हुआ था।
345 में से सिर्फ 80 के पास NOC
नगर निगम ने PGI में लगी आग के बाद एक सर्वे कराया था। उसमें सामने आया था कि उन्होंने चंडीगढ़ की कुल 345 ऐसी इमारत का सर्वे किया, जो की 15 मीटर से ऊंची है। इनमें से सिर्फ 80 इमारत ऐसी हैं, जिन्होंने नगर निगम से NOC ली है। जबकि 262 ऐसी इमारतें हैं, जिन्होंने NOC लेने के लिए आवेदन ही नहीं किया है। मात्र 78 इमारतें ऐसी हैं, जिनके आवेदन लंबित पड़े हुए हैं। जबकि एक इमारत अभी बंद पड़ी हुई है।Arson incidents are happening continuously