Punjab Congress And High Command Meeting
पंजाब कांग्रेस की पार्टी हाईकमान के साथ दिल्ली में आज अहम मीटिंग होगी। मीटिंग में लोकसभा चुनाव को लेकर मंथन होगा। इसके साथ ही I.N.D.I.A गठबंधन की हिस्सेदार आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर पंजाब में चुनाव लड़ने को लेकर रणनीति भी बनेगी।
मीटिंग में दोनों दलों के बीच सीट शेयरिंग के मामले पर हाईकमान नेताओं की नब्ज टटोलेगी। इसके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू के मामले पर भी इस मीटिंग में चर्चा होने की संभावना है।
इंचार्ज बोले- पंजाब में कांग्रेस का संगठन मजबूत
पंजाब कांग्रेस के नए इंचार्ज देवेंद्र यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए बने I.N.D.I.A गठबंधन में शामिल आप से प्रदेश में गठजोड़ को लेकर नेताओं और समर्थकों की राय ली जाएगी। लोक भावनाओं की कद्र की जाएगी। उन्होंने साफ किया था कि पंजाब में कांग्रेस का संगठन काफी मजबूत है।
वहीं, कई सीनियर नेत जो कुछ समय पहले पार्टी छोड़ चुके थे, उन्हें भी पार्टी से जोड़ा जाएगा। हालांकि आप से गठजोड़ का फैसला पार्टी हाईकमान द्वारा लिया जाएगा। वहीं कांग्रेस के सीनियर नेता जयराम रमेश का का भी सीट शेयरिंग को लेकर बयान आया है। उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग सूबे के हालातों के हिसाब से होगी। सीट शेयरिंग खुले मन और बंद मुंह से होगा।
सिद्धू और बिट्टू ही आप से गठजोड़ के पक्ष में
I.N.D.I.A गठबंधन के तहत आम आदमी पार्टी (आप) के साथ मिलकर चुनाव लड़ने को लेकर नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग समेत अन्य नेता तैयार नहीं है। कांग्रेस के नेता राज्य की लोकसभा सीटों पर आप के साथ सीट शेयरिंग को राजी नहीं हैं। इस संबंध में नेता अपना विरोध पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के समक्ष भी जता चुके हैं। लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू और पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ही आप के साथ गठबंधन के पक्ष में हैं।
2019 में कांग्रेस जीती थी 8 सीटें
2019 के लोकसभा चुनाव के समय पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार थी। ऐसे में राज्य की 13 लोकसभा सीटों में कांग्रेस पार्टी 8 सीटें जीतने में कामयाब रही थी। जबकि अकाली दल भाजपा गठबंधन चार सीटें और आप एक ने एक सीट पर जीत हासिल की थी। उस समय आप के उम्मीदवार व मौजूदा सीएम भगवंत मान संगरूर से चुनाव जीतकर लोकसभा में पहुंचे थे।
2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं, चुनाव में 6 महीने से भी कम समय रह गया है। लेकिन इस बार चुनाव के लिए कांग्रेस की राह आसान नहीं दिख रही है। कांग्रेस में इस समय घमासान मचा हुआ है। कांग्रेस खेमों में बंटी हुई है। सिद्धू और बड़े नेता एक दूसरे पर जुबानी तीर छोड़ रहे हैं। हालात 2022 विधानसभा चुनाव वाले ही लग रहे हैं।
उस समय पार्टी 78 से 18 सीटों में सिमट गई थी। जबकि उस समय विपक्षी दल की भूमिका में रही आप ने 92 सीटों जीत कर राज्य की सत्ता पर कब्जा किया था। वहीं, भाजपा की अगुवाई वाले एनडीए से मुकाबले के लिए गठित I.N.D.I.A गठबंधन में आप और कांग्रेस दोनों ही शामिल है।
वहीं, मौजूदा समय में पंजाब में आप सत्ता में है तो कांग्रेस विपक्षी दल है। ऐसे में कांग्रेस के नेता पंजाब में गठबंधन में जाने से पीछे हट रहे हैं। वहीं, यदि भाजपा और शिरोमणि अकाली दल की बात करें तो दोनों की राहें अलग हैं। ऐसे में उनके लिए भी चुनाव उनके लिए परीक्षा से कम नहीं होंगे।
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