उत्तर प्रदेश के 76वें जिले के लिए इतने सौ करोड़ खर्च करेगी योगी सरकार, पहले ही पास कर दिया था बजट
CM Yogi Adityanath उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी में अब एक और नए जिले की घोषणा की है. योगी सरकार ने प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन के लिए मेला क्षेत्र को नया जिला घोषित कर दिया है. बीते दिनों महाकुंभ मेला नाम से नए जिले की अधिसूचना जारी करते हुए बताया गया कि महाकुंभ मेला जिले […]
CM Yogi Adityanath
उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी में अब एक और नए जिले की घोषणा की है. योगी सरकार ने प्रयागराज महाकुंभ के आयोजन के लिए मेला क्षेत्र को नया जिला घोषित कर दिया है. बीते दिनों महाकुंभ मेला नाम से नए जिले की अधिसूचना जारी करते हुए बताया गया कि महाकुंभ मेला जिले में वह सभी प्रक्रियाएं अपनाई जाएंगी, जो किसी दूसरे जिले के संचालन के लिए जरूरी होती हैं.
आसान भाषा में कहें तो अब मेला क्षेत्र के लिए अलग से डीएम, पुलिस कप्तान, थाने और चौकियां होंगी. हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है. इससे पहले भी यूपी सरकार की ओर से कुंभ और अर्ध कुंभ के मौके पर नए जिले की अधिसूचना जारी होती रही है.
आपको बता दें, यूपी के 76वें जिले, महाकुंभ मेले के लिए योगी सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 में ही बजट पेश कर दिया था. फरवरी 2023 में योगी सरकार ने बताया था कि मेले के लिए उन्होंने जो बजट पेश किया है, वह 2500 करोड़ रुपये का है. आपको बता दें, इससे पहले वित्त वर्ष 2022-23 में कुंभ मेले के लिए 621.55 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया था.
यूपी के 76वें जिले में अधिकारियों की नियुक्ति की बात करें तो कलेक्टर मेलाधिकारी विजय किरन आनंद होंगे. वहीं, एसएसपी के तौर पर राजेश द्विवेदी की नियुक्ति पहले ही हो चुकी है. आपको बता दें, महाकुंभ मेला जिले में पूरा परेड क्षेत्र और चार तहसीलों सदर, सोरांव, फूलपुर और करछना के 67 गांव शामिल हैं.
प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ मेला को दुनिया का सबसे बड़ा मेला कहते हैं. यह मेला 12 साल में एक बार लगता है. इस बार का महाकुंभ मेला 13 जनवरी 2025 से शुरू होगा और 26 फरवरी को खत्म होगा. वहीं, अर्ध कुंभ मेला हर 6 साल में एक बार होता है. वहीं, हर तीन साल में कुंभ मेला का आयोजन होता है. जबकि, हर साल जिस मेले का आयोजन प्रयागराज में होता है, उसे माघ मेला कहते हैं.
CM Yogi Adityanath
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