पंजाब राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बैंक सखियों और बैंक मैनेजरो को ट्रेनिंग दी गई
जालंधर, 8 फरवरी:
जिले के 11 ब्लॉकों में गठित स्वयं सहायता समूहों में से चुनी गई 44 बैंक सखियों को पंजाब राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत दो दिवसीय प्रशिक्षण के अलावा बैंक प्रबंधकों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।
अतिरिक्त डिप्टीकमिश्नर (ग्रामीण विकास) बुद्धि राज सिंह के नेतृत्व में एन.आई.आर.डी. हैदराबाद द्वारा आयोजित प्रशिक्षण के दौरान बैंक सखियों को स्वयं सहायता समूहों के बैंक खाते खोलने, सदस्यों के बीमा, नकद ऋण सीमा आदि के कार्यों के बारे में प्रशिक्षित किया गया ताकि स्वयं सहायता समूहों को बैंक खाते खोलने और ऋण प्राप्त करने में कोई समस्या न हो। प्रशिक्षण के बाद अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर द्वारा इन 44 बैंक सखियों को प्रमाण पत्र वितरित किये गये। ये बैंक सखिया बैंक में बैठकर स्वयं सहायता समूहों के बैंक संबंधी कार्य करेंगे।
अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जिले में वर्तमान में 2055 से अधिक स्वयं सहायता समूह कार्य कर रहे है। इन समूहों के माध्यम से जालंधर में 20,000 से अधिक महिलाएं आजीविका मिशन से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि इन महिलाओं के जीवन स्तर को ऊपर उठाने के लिए स्व-रोजगार संबंधी प्रशिक्षण आयोजित किए जाते है और अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए बैंकों द्वारा ऋण की सुविधा भी प्रदान की जाती है।
बैंक मैनेजरो के प्रशिक्षण सत्र में एल.डी.एम. एम.एस. मोती, बैंकों के डीसीओ और लगभग 100 बैंक प्रबंधकों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के दौरान बैंक प्रबंधकों को वित्तीय समावेशन के तहत विभिन्न विषयों की जानकारी दी गयी।इस प्रशिक्षण के दौरान स्वयं सहायता समूहों के खाते खोलने, कैश क्रेडिट सीमा, मियादी ऋण, मुद्रा ऋण एवं सभी प्रकार के बीमा के संबंध में बैंकों से मिलने वाली सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताया गया।
अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने बैंक अधिकारियों से कहा कि वे स्वयं सहायता समूहों को बैंक खाते खोलने और ऋण लेने में सुविधा प्रदान करें ताकि स्वयं सहायता समूहों को मजबूत किया जा सके।
इस अवसर पर नेशनल रिसोर्स पर्सन एम.पी. सिंह एवं ईश्वर सिंह एवं आजीविका मिशन स्टाफ डी.पी.एम. सुखवंत कौर, डी.एफ.एम. कोमल कश्यप, अकाउंटेंट विकास बख्शी आदि भी मौजूद रहे।