पंजाब की युवा पीढ़ी को बर्बाद करने वाले नशा तस्करों के लिए पंजाब में कोई जगह नहीं: तरुनप्रीत सिंह सौंद
By NIRPAKH POST
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चंडीगढ़/ मोगा, 18 मार्च:
पंजाब को नशामुक्त बनाने के लिए शुरू की गई "युद्ध नशों विरुद्ध" मुहिम के तहत मंगलवार को ग्रामीण विकास एवं पंचायत, उद्योग एवं वाणिज्य, पूंजी निवेश प्रोत्साहन, श्रम और पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के मंत्री स तरुनप्रीत सिंह सौंद ने मोगा जिले के सिविल और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक विशेष बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पंजाब की युवा पीढ़ी को बर्बाद करने वाले नशा तस्करों के लिए पंजाब में कोई जगह नहीं है।
कैबिनेट मंत्री सौंद ने घोषणा की कि पंजाब सरकार तब तक चैन से नहीं बैठेगी जब तक प्रदेश से नशे का पूरी तरह से खात्मा नहीं कर दिया जाता और नशा तस्करों पर पूरी तरह से नकेल नहीं कस दी जाती।
उन्होंने सिविल और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मोगा में नशे की समस्या को खत्म करने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाए और स्कूलों-कॉलेजों के नौजवानों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जाए, ताकि आने वाली पीढ़ी को नशे की चपेट में जाने से बचाया जा सके।
कैबिनेट मंत्री ने मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए नशों के खिलाफ अभियान को सफल बनाने के लिए सभी को एकजुट होकर कार्य करने पर जोर दिया। उन्होंने पंचायतों से अपील करते हुए कहा कि नशों की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए जमीनी स्तर पर जागरूकता गतिविधियाँ चलाना बेहद जरूरी है। उन्होंने गांवों और शहरों में जागरूकता नाटक करवाने पर भी बल दिया और कहा कि सिविल एवं पुलिस प्रशासन आपसी तालमेल से इस दिशा में काम करें।
सौंद ने जिला अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि नशों का खात्मा एक बहुत बड़ी चुनौती है और इसे तभी जीता जा सकता है जब हर अधिकारी इसे अपनी सामाजिक जिम्मेदारी समझकर पूरा सहयोग दे। उन्होंने कहा कि इस अभियान में गांवों की पंचायतों का सहयोग भी लिया जाए और लोगों को यह संदेश दिया जाए कि नशा तस्करों के बारे में पुलिस प्रशासन को बेझिझक सूचना दें, उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी।
उन्होंने आम जनता से अपील की कि यदि किसी परिवार का कोई सदस्य नशे की दलदल में फँस गया है तो उसे सरकारी नशा छुड़ाओ केंद्र में ले जाया जाए। सरकार यह वादा करती है कि ऐसे व्यक्ति को नया जीवन देकर स्वस्थ जीवन जीने का अवसर दिया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री सौंद ने नशा तस्करों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि या तो वे नशे का कारोबार छोड़ दें या फिर पंजाब छोड़कर चले जाएँ। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार प्रदेश की युवा पीढ़ी को बचाना चाहती है और युवाओं को गलत रास्ते पर ले जाने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि नशा तस्करों द्वारा नशे की बिक्री से बनाई गई संपत्तियों को जब्त कर ध्वस्त किया जा रहा है, ताकि कोई और व्यक्ति युवाओं को नशे की आदत में न डाल सके।
डिप्टी कमिश्नर श्री सागर सेतिया ने कैबिनेट मंत्री को जानकारी दी कि नशा छुड़ाने के अलावा इसकी रोकथाम के लिए भी बड़े स्तर पर गतिविधियाँ चलाई जा रही हैं। पुनर्वास संस्थानों को मजबूत किया जा रहा है ताकि नशे की लत से जूझ रहे लोगों को सही इलाज और परामर्श सेवाएँ मिल सकें। इसके अलावा, इन व्यक्तियों को प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिए रोजगार के विभिन्न अवसर और कौशल विकास का लाभ दिया जाएगा, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब सरकार ने नशों से संबंधित सूचनाएँ साझा करने के लिए हेल्पलाइन नंबर 9779100200 जारी किया हुआ है। इस नंबर पर फोन करने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
एसएसपी मोगा श्री अजय गांधी ने कैबिनेट मंत्री को विस्तृत जानकारी दी कि नशे के बड़े तस्करों को गिरफ्तार किया जा रहा है और जल्द ही पूरे नेटवर्क का सफाया कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में नशों के खिलाफ तेज़ मुहिम के तहत बड़े स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है और जनता का पूरा सहयोग लेकर इस अभियान को सफल बनाया जाएगा।
इससे पहले, कैबिनेट मंत्री श्री तरुनप्रीत सिंह सौंद ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सत्ता में आने से पहले आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान ने वादा किया था कि पंजाब को हर हाल में नशामुक्त बनाया जाएगा और इसे फिर से रंगला पंजाब बनाया जाएगा। इस दिशा में सरकार ने पहले दिन से ही काम शुरू कर दिया था और अब इस अभियान को और तेज करने के लिए "युद्ध नशों विरुद्ध" मुहिम शुरू किया गया है, जिसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह अभियान सिर्फ कागजों तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरी सरकार जमीनी स्तर पर इस पर काम कर रही है ताकि पंजाब से नशे का नामोनिशान मिटाया जा सके। उन्होंने बताया कि 1 मार्च 2025 से 16 मार्च 2025 तक इस अभियान के तहत
1651 एफआईआर दर्ज,
2575 गिरफ्तारियाँ,
95.264 किलोग्राम हेरोइन,1128 किलोग्राम से अधिक चूरा पोस्ट,52.316 किलोग्राम अफीम,16 किलोग्राम गांजा,
4.632 किलोग्राम चरस,
7,25,666 नशीली गोलियाँ,1733 लीटर लाहन,64.26 लाख रुपये से अधिक की ड्रग मनी,279 नशीले इंजेक्शन बरामद किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को सरकार द्वारा पूरी छूट दी गई है कि नशा तस्करों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। अब बिना किसी राजनीतिक दबाव के सिविल और पुलिस प्रशासन नशों के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ाई लड़ रहे हैं।
इससे पहले, कैबिनेट मंत्री स तरुनप्रीत सिंह सौंद को जिला प्रशासन द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने पंजाब पुलिस की ओर से सलामी स्वीकार की।
इस अवसर पर उनके साथ विधायक मोगा डॉ. अमनदीप कौर अरोड़ा, विधायक बाघापुराना स अमृतपाल सिंह सुखानंद, विधायक धर्मकोट स दविंदरजीत सिंह लाढ़ी ढोंस, विधायक निहाल सिंह वाला स मनजीत सिंह बिलासपुर, नगर निगम मेयर बलजीत सिंह चानी, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन रमन मित्तल, जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन स हरमनदीप सिंह बराड़, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) स जगविंदरजीत सिंह गरेवाल, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (ज) श्रीमती चारूमिता सहित सिविल और पुलिस प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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